Thursday, 9 March 2017

धूमधाम से मनाया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस


धूमधाम से मनाया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
‘वर्तमान परिपेक्ष्य में महिलाओं की दशा और दिशा’ विषय पर विचार-संगोष्ठि का किया आयोजन
हरियाणा नवयुवक कला संगम एवं जन शिक्षण संस्थान, रोहतक के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर ‘वर्तमान परिपेक्ष्य में महिलाओं की दशा और दिशा’ विषय पर विचार-संगोष्ठि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के महानिदेशक डॉ. जसफूल सिंह ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि देश व समाज के विकास में महिलाओं ने अहम योगदान दिया है। आज महिलाओं ने असीम साहस, संघर्ष, मेहनत और त्याग के बलबूते हर क्षेत्र में उल्लेखनीय स्थान हासिल कर चुकी हैं। समाजसेविका श्रीमती शन्कुतला चौधरी ने कहा कि बेटियां हमारी आन-बान और शान हैं। हमें कन्या-भू्रण हत्या के खिलाफ आवाज बुलन्द करनी होगी और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को धरातल पर उतारना होगा। संस्था के महासचिव डॉ. प्रवीण चौधरी ने कहा कि वेद-पुराणों में नारी की महिमा का अपार उल्लेख है। मनुस्मृति कहती है कि जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। इसलिए, हमें नारी का पूरा सम्मान करना चाहिए। इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान के प्रभारी निदेशक राजेश कश्यप ने कहा कि जिस देश व समाज की महिलाएं जितनी सशक्त होंती हैं, वह देश व समाज उतना ही अग्रणी एवं सशक्त होता है। संगोष्ठि में मनीषा, सुनीता, कोमल, रवीना, शालिनी, नीतू, पुष्पा आदि प्रशिक्षणार्थियों ने भी अपने विचार रखे। उत्कृष्ट विचार रखने वाली प्रशिक्षणार्थियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्था के प्रदीप सिवाच, राजकुमार, प्रियन्का, जितेन्द्र गिरधर आदि सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।






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Sunday, 5 March 2017

करौंथा में प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित


करौंथा में प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित
प्रशिक्षण से कला एवं कौशलता में निपुणता आती है :  डॉ. जसफूल सिंह

जन शिक्षण संस्थान रोहतक द्वारा गाँव करौंथा में प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि हरियाणा नवयुवक कला संगम के महानिदेशक डॉ. जसफूल सिंह, विशिष्ट अतिथि समाजसेविका शकुन्तला चौधरी, संस्थान के प्रभारी निदेशक राजेश कश्यप ने सौन्दर्य संवद्र्धन (ब्यूटीकल्चर) प्रशिक्षण पूर्ण करने वाली प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र वितरीत किए।  इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. जसफूल सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को बधाईयां और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वरोजगार आत्मनिर्भरता एवं स्वावलंबन का मूल आधार है और व्यवसायिक प्रशिक्षण स्वरोजगार स्थापना एवं उसकी सफलता का आधार बनता है। इसलिए, हमें स्वरोजगार स्थापना से पूर्व उस व्यवसाय का प्रशिक्षण अवश्य लेना चाहिए। प्रशिक्षण से कला एवं कौशलता में निपुणता आती है। उन्होंने कहा कि हर प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण पूर्ण करने के उपरांत अपना स्वरोजगार स्थापित करे और अपने जीवन में आत्मनिर्भरता एवं स्वावलम्बन का समावेश करें। विशिष्ट अतिथि शकुन्तला चौधरी ने प्रशिक्षणार्थियों को समबोधित करते हुए कहा कि कड़ी मेहनत, लगन एवं निष्ठा से हर मुकाम हासिल किया जा सकता है। सफल उद्यमी बनने के लिए धैर्य, ज्ञान और साहस जैसे गुणों का होना जरूरी है। इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान के प्रभारी निदेशक राजेश कश्यप ने प्रशिक्षणार्थियों को बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए स्वरोजगार स्थापित करने हेतु उचित मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि संस्थान  का मूल उद्देश्य गरीब, जरूरतमंद, निरक्षर, नवसाक्षर, अल्पशिक्षित युवक-युवतियों एवं महिलाओं को रोजगारप्रद व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन, मार्गदर्शन एवं समुचित सहयोग करना है। संस्थान की क्षेत्रीय प्रभारी प्रियन्का ने प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्थान प्रशिक्षणार्थियों की  प्रतिभा को निरन्तर निखारने एवं कला में निपुणता लाने के लिए निरन्तर कार्यरत है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान आपने जो ज्ञान एवं कौशल हासिल किया है, उसे आत्मनिर्भर बनाने एवं स्वावलंबी बनाने में प्रयोग करें। इस अवसर अनुदेशिका रीतू के अलावा अन्य कई पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

















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