जन शिक्षण संस्थान के नवनियुक्त निदेशक राजेश कश्यप को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए चेयरमैन डा. जसफूल सिंह |
टिटौली निवासी युवा समाजसेवी राजेश कश्यप
कौशलता विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार के जन शिक्षण संस्थान, रोहतक के नए
निदेशक नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने विधिवत रूप से नए निदेशक का कार्यभार संभाल लिया
है। संस्थान के चेयरमैन डा. जसफूल सिंह ने उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा और उनका स्वागत
किया। इसके साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि राजेश कश्यप के कुशल निर्देशन में संस्थान
निरन्तर उन्नति एवं तरक्की करेगा। नए निदेशक के रूप में राजेश कश्यप की नियुक्ति का
संस्थान के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, अनुदेशकों, अनुदेशिकाओं एवं प्रशिक्षणार्थियों
ने जोरदार स्वागत किया और खुशियां मनाईं। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि राजेश
कश्यप के नेतृत्व में संस्थान नित नई बुलन्दियां हासिल करेगा और संस्थान को एक नई पहचान
मिलेगी।
प्रेस कांफ्रेस को सम्बोधित करते हुए जन शिक्षण संस्थान के नवनियुक्त निदेशक राजेश कश्यप |
इस अवसर पर आयोजित प्रेस कांफ्रेस में नवनियुक्त निदेशक राजेश कश्यप ने अपनी
नियुक्ति के लिए चेयरमैन एवं साक्षात्कार कमेटी के सभी सदस्यों का आभार जताया और उन्हें
विश्वास दिलाया कि वे पूरी ईमानदारी, जवाबदेही व समर्पित भावना के साथ अपने पद के उत्तरदायित्यों
का निर्वहन करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने अपनी भावी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि 15 से 35 वर्ष के गरीब, जरूरतमंद, निरक्षर, अल्पशिक्षित युवक, युवतियों
एवं महिलाओं को रोजगारदायक प्रशिक्षण दिया जायेगा और उन्हें स्वरोजगार से जोड़कर आर्थिक
एवं सामाजिक रूप से सशक्त किया जायेगा। निदेशक राजेश कश्यप ने आगे बताया कि तत्काल
प्रभाव से प्रशिक्षणार्थियों की फीस आधी घटाकर मात्र 25 रूपये प्रतिमाह और अनुसूचित
जाति के सभी प्रशिक्षणार्थियों की पूरी फीस माफ की जा रही है। उन्होंने आगे बताया कि
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अनुदेशक, अनुदेशिकाओं और प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिवर्ष
विशिष्ट अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा और उन्हें कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जायेगा।
राजेश कश्यप ने आगे बताया कि संस्थान में बहुमुखी प्रतिभाओं को तराशा जायेगा और अनेक
रचनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
दो दशक से समाजसेवा व स्वतंत्र
लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं राजेश कश्यप
नवनियुक्त निदेशक राजेश कश्यप का स्वागत करते हुए जन शिक्षण संस्थान के चेयरमैन डा. जसफूल सिंह के साथ सभी अधिकारी एवं अनुदेशिकाएं |
राजेश कश्यप रोहतक जिले के टिटौली गाँव
के निवासी हैं और गत दो दशक से समाजसेवा एवं स्वतंत्र लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हैं।
उन्होंने महर्षि दयानंद विश्ववि़द्यालय, रोहतक से हिन्दी और चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय,
सिरसा से जनसंचार विषय में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। उन्हें उत्कृष्ट सेवाओं
के लिए डाॅ. भीमराव अम्बेडकर अवार्ड, संत कबीर सम्मान, चन्द्र शेखर आजाद अवार्ड, राजा
नाहर सिंह अवार्ड, सिम्मी मरवाह युवा पत्रकार अवार्ड, चौधरी रणबीर सिंह राष्ट्रीय गौरव
अवार्ड, राह ग्रूप अवार्ड, भास्कर ग्रीन आईडल अवार्ड, राजीव गांधी समाज रत्न अवार्ड
आदि एक दर्जन से अधिक प्रतिष्ठित अवार्डों से नवाजा जा चुका है। उनके द्वारा लिखित
सामाजिक कुरीतियों एवं रूढ़ियों पर केन्द्रित कई हरियाणवी नाटक प्रसारित हो चुके हैं
और समसामयिक विषयों पर दर्जनों वार्ताएं प्रसारित हो चुकी हैं। स्वतंत्र लेखक के रूप
में दो हजार से अधिक लेख व रचनाएं प्रतिष्ठित राष्ट्रीय समाचार पत्र-पत्रिकाओं में
प्रकाशित हो चुकी हैं।
अनुदेशक से निदेशक का सफर :
संस्थान के इतिहास में अनूठी मिसाल
संस्थान के इतिहास में अनूठी मिसाल
बेहद गरीबी के माहौल में पले-पढ़े राजेश
कश्यप ने अपने कैरियर की शुरूआत वर्ष 2004 मेें यूनीवर्सिटी काॅलेज से स्नातक शिक्षा
के उपरांत जन शिक्षण संस्थान में स्टेनोग्राफी हिन्दी के अनुदेशक के रूप में की थी।
इसके अगले ही वर्ष संस्थान में उन्हें सहायक कार्यक्रम अधिकारी एवं मीडिया इंचार्ज
के रूप में नियुक्ति मिल गई। वर्ष 2009 में उन्हें महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक
में संस्थापित चैधरी रणबीर शोधपीठ में बतौर शोध सहायक कार्य करने का सुनहरा मौका मिला।
इसके बाद उन्हें दिसम्बर, 2016 में जन शिक्षण संस्थान का प्रभारी निदेशक बनने का सौभाग्य
मिला। अब उन्हें संस्थान के नए निदेशक के रूप में नियुक्ति मिली है। इस तरह से राजेश
कश्यप ने अटूट मेहनत व अथक संघर्ष के बलपर अनुदेशक से निदेशक बनने का शानदार सफल तय
करके संस्थान के इतिहास में एक अनूठी मिसाल पेश की है।
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