Friday, 31 January 2020

बेरोजगारी और बेकारी मिटाना हमारा प्रथम लक्ष्य : राजेश कश्यप


बेरोजगारी और बेकारी मिटाना हमारा प्रथम लक्ष्य : राजेश कश्यप 
  • -भैणी सुरजन की 200 से अधिक लड़कियां और महिलाएं बन चुकी हैं हुनरमन्द 
  • -प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरण समारोह में दी गई स्वरोजगार से जुड़ी जानकारियां 

प्रशिक्षणार्थियों की बेरोजगारी व बेकारी मिटाना हमारा प्रथम लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हम कई महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहे हैं। यह जानकारी देते हुए कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान, रोहतक के निदेशक राजेश कश्यप ने आगे कहा कि हुनर से ही बेरोजगारी और बेकारी मिट सकती है। इसलिए, हर हाथ को हुनर देने की आवश्यकता है। इसलिए, हमने हर हाथ को हुनर और हर हाथ को रोजगार देने के अभियान को घर-घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। 

उन्होंने गाँव भैणी सुरजन में आयोजित प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगर पूरी लग्न व निष्ठा के साथ प्रशिक्षण लिया जाए तो शत प्रतिशत स्वरोजगार हासिल किया जा सकता है। स्वरोजगार से आर्थिक व सामाजिक स्वावलंबन सुनिश्चित होता है। संस्थान का लाभ जन-जन तक पहुंच सके, इसके लिए जेएसएस रोहतक को सोशल मीडिया के विभिन्न मंचो ब्लॉग, फेसबुक, वाट्सअप, ट्वीटर, यूट्यूब चैनल आदि से जोड़ दिया गया है। 

इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि संस्थान द्वारा गाँव भैणी सुरजन की 200 से अधिक लड़कियों और महिलाओं को हुनरमन्द बनाया जा चुका है और वे स्वरोजगार की राह पर तेजी से अग्रसित हो चली हैं। उन्होंने आगे बताया कि संस्थान गरीब, जरूरतमन्द, बेरोजगार, निरक्षर, अल्पसाक्षर और स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़ चुके 15 से 45 वर्ष के लड़के, लड़कियों और महिलाओं को रोजगारदायक प्रशिक्षण प्रदान करता है। इस अवसर पर प्रशिक्षिका सूरजबाला, सन्तोष, मोनू और रेखा ने भी प्रशिक्षणार्थियों को स्वरोजगार से जुड़ी जानकारियां दीं।

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