सलारा मोहल्ला में प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए जन शिक्षण संस्थान, रोहतक के निदेशक राजेश कश्यप |
महिलाओं को कौशल बना दिया जाए तो आ जायेगा हर घर में उजाला : राजेश कश्यप
-सलारा मोहल्ला में प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र वितरण समारोह में बताईं भावी योजनाएं
-स्वयं सहायता समूह, होम सर्विस और मास्टर ट्रेनर जैसी योजनाएं की जा रही हैं लागू
-सलारा मोहल्ला की 300 से अधिक महिलाएं हो चुकी हैं कौशल
Dainik Savera Times 11-02-2020 |
आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली महिलाओं को अगर कौशल बना दिया जाये तो वास्तविक रूप में वे न केवल आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनेंगी, अपितु हर घर में उजाला आ जायेगा। इसी मिशन के तहत अथक, अटूट व हरसंभव ईमानदार कोशिश की जा रही है।
सलारा मोहल्ला में प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र प्रदान करते हुए जन शिक्षण संस्थान, रोहतक के निदेशक राजेश कश्यप |
यह विचार कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान, रोहतक के निदेशक राजेश कश्यप ने सलारा मोहल्ला में आयोजित प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र वितरण समारोह में व्यक्त किए।
सलारा मोहल्ला में सफल प्रशिक्षणार्थियों के साथ जन शिक्षण संस्थान, रोहतक के निदेशक राजेश कश्यप |
उन्होंने आगे कहा कि हर प्रशिक्षणार्थी को कौशल बनाना और स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना संस्थान का मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए कई दिशाओं में कदम उठाए जा रहे हैं।
सलारा मोहल्ला में प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए जन शिक्षण संस्थान, रोहतक के निदेशक राजेश कश्यप |
निदेशक राजेश कश्यप ने कहा कि संस्थान से कौशलता हासिल करने वाली महिलाओं के लिए स्वयं सहायता समूह बनाए जा रहे हैं, ताकि वे आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बन सकें और सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठा सकें। इसके अलावा संस्थान के प्रशिक्षणार्थियों को होम सर्विस शुरू करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है ताकि उन्हें अधिक से अधिक काम मिल सके और उनकीं आमदनी में बढ़ौतरी हो सके। इसके साथ ही प्रतिभावान प्रशिक्षणार्थियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में भी प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि उन्हें अन्य ट्रेनिंग सैंटर व स्कूलों आदि में भी प्रशिक्षक के रूप में काम करने के अवसर मिल सकें।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार ने संस्थान द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रशिक्षिका निर्मल ने बताया कि सलारा मोहल्ला के प्रशिक्षण उपकेन्द्र से अब तक 300 से अधिक गरीब, जरूरतमन्द, निरक्षर, अल्पशिक्षित एवं बेरोजगार लड़कियां एवं महिलाएं फैशन डिजायनिंग, ड्रेस मेकिंग, ब्यूटीकल्चर आदि प्रशिक्षण पूर्ण कर चुकी हैं और स्वावलम्बन की राह पर अग्रसित हो चुकी हैं।
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