Thursday, 13 April 2017

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर ‘अवसाद’ थीम पर संगोष्ठि आयोजित

डॉ. जसफूल सिंह संगोष्ठि को सम्बोधित करते हुए
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर ‘अवसाद’ थीम पर संगोष्ठि आयोजित

7 अप्रैल, महम।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर हरियाणा नवयुवक कला संगम एवं जन शिक्षण संस्थान, रोहतक के संयुक्त तत्वावधान में ‘अवसाद’ थीम पर संगोष्ठि आयोजित की गई। संगोष्ठि को संबोधित करते हुए संस्था के महानिदेशक डॉ. जसफूल सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य का दुश्मन है अवसाद। अवसाद एक धीमे जहर के समान है। उन्होंने कहा कि अवसाद के अनेक कारण हैं, जिनमें अज्ञानता, गलतफहमी, दिखावा, झूठ, फरेब, निन्दा, चोरी, ईष्र्या, द्वेष, क्रोध, महत्वाकांक्षा आदि शामिल हैं। डॉ. जसफूल सिंह ने आगे कहा कि हमें अपने अवसाद के कारण को पहचानकर उसे दूर करने की कोशिश करनी चाहिए। विपरीत परिस्थितियों के बीच धैर्य, शांति एवं समझदारी का परिचय देना चाहिए। डॉ. जसफूल सिंह ने आगे कहा कि हमें सदैव कोशिश करनी चाहिए कि जीवन में न किसी को तनाव दें और न लें।
जन शिक्षण संस्थान के प्रभारी निदेशक राजेश कश्यप ने कहा कि बेहद चिंता एवं विडम्बना का विषय है कि आज देश का हर चौथा किशोर तनाव यानी अवसाद का शिकार है। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि इस समय दक्षिण पूर्वी एशिया में 86 प्रतिशत लोग अवसाद का शिकार हैं। अवसाद ही 15-29 आयु वर्ग के युवाओं में आत्महत्या का सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने अवसाद से बचने के लिए आपसी मेलजोल बढ़ाने, एक-दूसरे के साथ सुख-दु:ख बांटने एवं संयुक्त परिवार की संस्कृति अपनाने की आवश्यकता है। श्री कश्यप ने आगे कहा कि पौष्टिक भोजन, नियमित योग, व्यायाम, मौसमी फल, सब्जियों का सेवन एवं मनोरंजन करके अवसाद से काफी हद तक बचा जा सकता है।
संगोष्ठि में ‘अवसाद’ थीम पर जन शिक्षण संस्थान के प्रशिक्षणार्थियों पूनम, कोमल, रीना, मंजू, सोनिया, साक्षी, काजल, मनीषा, सुमन, संतोष, आरती, बबीता, लक्ष्मी, सोनिया आदि ने भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी जितेन्द्र गिरधर, सहायक कार्यक्रम अधिकारी प्रियन्का, अनुदेशिका कंचन, अनिल कुमार, प्रदीप सिवाच, महेश, कमला आदि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। 
(राजेश कश्यप)
प्रभारी निदेशक
जन शिक्षण संस्थान, रोहतक।
मोबाईल नं.: 9416629889








Thanks Print Media


No comments:

Post a Comment